1931 में आयी फिल्म ‘आलम – आरा ‘ के बाद कई और फिल्मे आ चुकी थी। जैसे की 1932 की फिल्म ज़िंदा लाश, 1933 में कर्मा, 1934 में आयी दो फिल्म चंडीदास और अमृत मंथन और 1935 मेंधूप छांव
बॉलीवुड एरा टेल्स के सफ़र में आगे बढ़ते हुए अब हम बात करते है 1935 में आयी फिल्म , जिसका नाम है – धूप छाओं । ये फिल्म नितिन बोस द्वारा निर्देशित की गयी है और बंगाली फिल्म ‘भाग्य चक्र’